आईपीएल 2025 का यह सीज़न वैसे ही रोमांच का पिटारा बन चुका है, लेकिन 16 अप्रैल की रात जो हुआ, वो क्रिकेट के रोमांच से परे था — वो सिनेमाई था, नाटकीय था और सबसे बढ़कर, स्टार्क-तारकीय था। एक ऐसा मैच जिसमें हर ओवर, हर बॉल, हर रन एक नई कहानी कह रहा था। और अंत में, जब सारी उम्मीदें टूट रही थीं, तब एक 35 साल का शख्स खामोशी से आया, गेंद थामी, और इतिहास रच गया।
जी हां, हम बात कर रहे हैं मिचेल स्टार्क की — उस गेंदबाज़ की जिसने अपने अनुभव, अपनी काबिलियत और अपनी क्लच मूमेंट परफॉर्मेंस से ये साबित कर दिया कि “बड़े मैच बड़े खिलाड़ी ही जिताते हैं।”
सुपर ओवर का आगमन – 4 साल का इंतज़ार और फिर विस्फोट
आईपीएल 2021 के बाद पहली बार सुपर ओवर आया था। और जैसे ही कैमरा ज़ूम करता है, हम देखते हैं एक खामोश, गंभीर चेहरा — मिचेल स्टार्क। न कोई जोश का शोर, न कोई इशारे, बस अपने काम में विश्वास।
दिल्ली कैपिटल्स बनाम राजस्थान रॉयल्स का ये मैच वैसे ही रोमांचक था। आखिरी ओवर में राजस्थान को सिर्फ 9 रन चाहिए थे, और क्रीज़ पर मौजूद थे दो पावर-हिटर – शिमरॉन हेटमायर और ध्रुव जुड़ेल। अब आप सोचिए, T20 क्रिकेट में जब 9 रन चाहिए हों और स्ट्राइक पर हो हेटमायर जैसा बल्लेबाज़, तो आम दर्शक क्या सोचेगा? – “मैच तो गया भैया।”
लेकिन तभी… कुछ अलग होता है।
स्टार्क का आंधी ओवर – जब वक्त ठहर गया
18वें ओवर में 8 रन दिए। 20वें ओवर में भी 8 रन दिए और अब सुपर ओवर में सिर्फ 11 रन डिफेंड करने के लिए मिचेल स्टार्क। आमतौर पर सुपर ओवर में 11 रन डिफेंड करना मुश्किल होता है, लेकिन जब गेंदबाज़ का नाम स्टार्क हो, तब असंभव शब्द खुद डर के मारे छिप जाता है।
पहली गेंद – डॉट बॉल।
दूसरी – चौका, लेकिन ठहरिए…
तीसरी – सिंगल।
चौथी – नो बॉल, लेकिन रन आउट।
पांचवीं – रन आउट।
छठी – एक रन।
एक सुपर ओवर में दो रन आउट, एक नो बॉल, और सिर्फ 10 रन! राजस्थान रॉयल्स को जीत के इतने करीब से पीछे खींच लाया मिचेल स्टार्क का जादू।
डेल स्टेन का ट्वीट और क्रिकेट की कीमत
मैच के खत्म होते ही डेल स्टेन ने ट्वीट किया, “इसीलिए बड़े खिलाड़ियों को पैसे दिए जाते हैं।” और बात सौ प्रतिशत सही थी। मिचेल स्टार्क की 24 गेंदों में से आखिरी छह गेंदों ने ना सिर्फ मैच पलट दिया, बल्कि सीज़न की दिशा भी तय कर दी।
2025 आईपीएल के इस भागम-भाग में दिल्ली कैपिटल्स धीरे-धीरे एक “चैंपियन यूनिट” की तरह उभर रही है। अब तक खेले गए छह मैचों में दिल्ली ने पांच जीते हैं — और उनमें से दो मैच अकेले मिचेल स्टार्क की बदौलत!
राजस्थान रॉयल्स – काबिल पर कैजुअल
राजस्थान ने आज की रात खुद के लिए खुद ही फंदा तैयार किया। सुपर ओवर में ऐसी लापरवाही, वो भी इतनी अनुभवी टीम से उम्मीद नहीं थी। रियान पराग का रन आउट, ध्रुव जुड़ेल का सिंगल लेकर स्ट्राइक हेटमायर को न देना, ये सब वो गलतियां थीं जो सुपर ओवर में नहीं होनी चाहिए थीं।
और यही वजह रही कि राहुल द्रविड़ तक का चेहरा बोल पड़ा — “क्या कर रहे हैं ये लड़के?”
दिल्ली का बल्लेबाज़ी चार्ट – स्टफ्स और अक्षर का धमाका
दिल्ली की पारी भी एक किस्से से कम नहीं थी। पहले 15 ओवर में सिर्फ 111 रन बने थे, लेकिन आखिरी के पांच ओवर में टीम ने जो तूफान मचाया, उसने पूरे स्कोरबोर्ड को हिला दिया।
ट्रिस्टन स्टफ्स – 34 रन (18 गेंद)
अक्षर पटेल – 34 रन (14 गेंद)
यही वो साझेदारी थी जिसने दिल्ली को 188 तक पहुंचाया और मैच को लड़ाई लायक बनाया। लेकिन अगर आखिरी ओवर में संदीप शर्मा इतने रन ना लुटाते (19 रन), तो शायद कहानी और जल्दी खत्म हो जाती।
राजस्थान की पारी – सैमसन की चोट और हार की शुरुआत
राजस्थान की पारी शुरुआत में लय में थी। संजू सैमसन अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे थे, लेकिन चोटिल होकर रिटायर्ड हर्ट हो गए। ये पल गेम चेंजर था। क्योंकि अगर संजू पिच पर बने रहते, तो शायद मैच कभी सुपर ओवर तक पहुंचता ही नहीं।
यशस्वी जायसवाल फिर से फ्लैश में चमके, पर बड़ी पारी नहीं खेल पाए। नीतीश राणा ने जरूर चमक दिखाई (26 गेंदों में अर्धशतक), लेकिन जैसे ही सामने स्टार्क आए, सब चुप।
स्टार्क – ऑल फॉर्मेट लीजेंड
टी20 हो, वनडे हो या टेस्ट – मिचेल स्टार्क हर जगह अव्वल हैं।
- पिंक बॉल टेस्ट? कमाल।
- वर्ल्ड कप? नायक।
- आईपीएल? मास्टर।
और ये आईपीएल उनके लिए खास रहा है। पिछली बार जब KKR के लिए खेले थे, तो क्वालीफायर और फाइनल दोनों में हीरो बने थे। और इस बार, दिल्ली के लिए सुपर ओवर जीत दिलाकर खुद को फिर से साबित किया।
दिल्ली का सफर अब तक – फाइनल की ओर?
- LSG को हराया – एक विकेट से
- SRH को हराया – 7 विकेट से
- CSK को हराया – 25 रन से
- RCB को हराया – 6 विकेट से
- RR को हराया – सुपर ओवर में
ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, ये कहानी है एक टीम के भरोसे, एक कप्तान के आत्मविश्वास की, और मिचेल स्टार्क जैसे वर्ल्ड-क्लास मैच विनर की।
राजस्थान के लिए चिंता की लहर
एक समय पर पॉइंट्स टेबल पर टॉप पर रहने वाली राजस्थान रॉयल्स अब मैच दर मैच लड़खड़ा रही है।
- प्लेइंग इलेवन में स्पष्टता की कमी
- गलत समय पर गलत बल्लेबाज़ भेजना
- सुपर ओवर जैसे दबाव भरे मोमेंट्स में अनुभव की कमी
यही सब इस मैच में साफ नजर आया।
क्या दिल्ली 2025 की चैंपियन बन सकती है?
अगर मिचेल स्टार्क ऐसे ही गेंदबाज़ी करते रहे, अगर अक्षर और स्टफ्स मिडल ऑर्डर में रन बनाते रहे, और अगर फाफ डू प्लेसिस जैसे खिलाड़ी फिट होकर लौट आए — तो दिल्ली को रोकना नामुमकिन होगा।
क्योंकि “बैट्समेन मैच जिताते हैं, लेकिन बॉलर्स ट्रॉफी दिलाते हैं”, और दिल्ली के पास अब वो गेंदबाज़ है — मिचेल स्टार्क।
आखिरी सवाल आपसे – आपकी चार सपोर्ट टीम्स कौन सी हैं इस सीज़न?
मेरे लिए तो जवाब साफ है –
दिल्ली, पंजाब, हैदराबाद और चेन्नई — लेकिन आप बताओ, आप किस टीम के लिए सुपर ओवर में चिल्ला रहे थे? क्या आप भी दिल्ली की इस नई टीम यूनिटी और स्टार्क की ग्रेटनेस को देख कर रोमांचित हैं?