आरसीबी वर्सेस दिल्ली का मैच फैंस के मन में इस बात को लेकर था की दिल्ली का लड़का बेंगलुरु को जिताएगा या फिर बेंगलुरु का लड़का दिल्ली को जिताया
कहानी कुछ यही निकली की बेंगलुरु वाले लड़के ने बेंगलुरु के सामने बेंगलुरु क्राउड को शांत कर दिया और दिल्ली 4 में से 4 मैच जीत कर फिलहाल इकलौती टीम बनी है मतलब की कमाल है यार आज केएल राहुल की बल्लेबाजी देखकर ऐसा लग रहा है कि अब वह अपना फार्म ही दिख रहे हैं दूसरी टीम को छोड़कर कि आप देखोगे जैसे नहीं होता है ठुकरा के मेरा प्यार जैसे पिछले साल उनको सुनाया गया था अब वह साल अपने बल्ले से सुना रहे हैं
आरसीबी ने 164 रन का टारगेट दिया था शायद यह लग रहा था कि यह टारगेट बहुत छोटा है क्योंकि आरसीबी ने शुरुआत बहुत ही जबरदस्त की थी तीन ओवर में तीन गेंद में 60 रन ठोक दिए थे मतलब की आरसीबी का अगर आप आंकड़ा देखोगे शुरू के तीन ओवर और आखिरी के दो होगा तो आरसीबी ने लगभग 90 रन ठोके हैं
बाकी के 14 ओवर में आरसीबी ने कुछ भी नहीं बनाया था ऐसा लग रहा था जैसे की यह मैच खेल ही नहीं रहे हैं जैसे की प्रैक्टिस कर रहे हैं इसके बावजूद भी टिम डेविड ने जैसे तैसे 164 तक पहुंचा तो यह उम्मीद जगी की कहानी बन सकती है
164 जो की बन सकते हैं साफ डुप्लेक्स 2 रन पर फ्रेजर 7 रन पर उसके बाद अभिषेक परल साथ पर चले गए और खुद अक्षर पटेल एक गलत शॉट मार कर आउट हो गए और मामला उसे वक्त बहुत ही जबरदस्त हो गया था क्योंकि 58 पर 4 हो गए थे 9 ओवर में 58 रन 4 विकेट ऐसा लग रहा था कि मैच निकल गया अब कहां जीतेंगे भाई अब तो मामला गड़बड़ाया है
दिल्ली 58 पर 4 है लेकिन फिर केएल राहुल ने वक्त बदला हालात बदले और जज्बात भी बदल डाले और फिर उसके साथ मैच भी बदल डाला और फिर बताया जो बड़े होते हैं वह बड़े ही होते हैं मतलब की यार क्या खिलाड़ी है क्या खिलाड़ी हैं यार आप ओपनिंग करवा लो फिट है आप तीन नंबर पर खिला लो वह भी हिट है
अगर आप कर पर उतर तो वह भी हिट है और आप छह नंबर पर भी खिलाओ वह भी हिट है केएल राहुल अलग लेवल के प्लेयर है यार और बहुत अंडररेटेड प्लेयर है 53 गेंद में 93 रन सात चौके छह छक्के और यह तब है जब पहली 30 गेंद पर केएल राहुल ने सिर्फ 30 ही रन बनाए थे उसके बाद एक बारिश आती है
और इस बारिश की वजह से मैच पलट जाता है 15वां ओवर होता है और जो है गुड़ा और गणित शुरू होता है खबर आती है कि भैया केएल राहुल की दिल्ली को इस ओवर में 10 12 रन चाहिए क्योंकि दिल्ली अगर 15 ओवर में 115 रन नहीं बन पाएगी जो बारिश होने की सतिम है उसे मैं कर जाएगी और सब की निगाहें यह होती है
क्या होगा सामने गेंदबाज होते हैं जोश हाजलेवुड और हेजलवुड कमल के बॉलर है और हम सब लोग जानते हैं और यह पिच स्लो थी गेंद बल्ले पर आ नहीं रही थी राहुल सही से स्ट्राइक रोटेट कर नहीं पा रहे थे जब बात टीम की हार और जीत की आई तो राहुल ने वक्त बदला जज्बात बदले और हालात बदल दिए
और नतीजा यह रहा कि पूरा मैच पलट दिया पहली गेंद पर चौका दूसरी गेंद पर चौका तीसरी पर डबल चौथी पर डबल पांचवी पर चौका और छठी पर फिर चौका नतीजा 22 रन हेजल वुड के सामने और यकीन मानिए यही वह ओवर था जम्मू मोमेंटम बदला और हालात बदले और जज्बात बदले और यहीं से मैच जो है
पूरी तरह से दिल्ली के पेपर में आ गया दिल्ली ने जो है इसी मूवमेंट पर ही मैच जो अपने नाम कर लिया राहुल ने बताया की बेंगलुरु का लड़का जो है आज दिल्ली की जीत का जसन बनाएगा
केएल राहुल ने पूरे सीजन में सपोर्ट किया है दिल्ली कैपिटल को पहले मैच में जब बेबी होने के बाद वह आए थे तब 5 गेंद में 15 रन बनाए थे और जब चेन्नई के सामने गए तो 51 गेंद पर 77 रन बनाए चेपाक में बहुत ही बड़ी पारी खेली
और जब अब आरसीबी के सामने आए 53 गेंद में 93 रन बनाएं मतलब कि आप केएल राहुल की परी का असर समझिए कि कैप्टन अक्षर पटेल कह रहे थे की मैं बहुत खुश हूं यार खुश इसलिए हूं क्योंकि मेरे पास एक ऐसा खिलाड़ी जो कहीं भी खेल सकता है वह खुद अपने आप को खुश रहे थे कि मैं या बाकी जो प्लेयर थे
वह उल्टा सीधा शॉट खेल कर आउट हो रहे थे लेकिन इसके बावजूद केएल राहुल ने नाप सिर्फ मैच संभाल बल्कि की मैच को फिनिश भी करवाया और दिल्ली 4 के चारों मैच जीत चुकी है और दिल्ली एक इकलौती टीम है जो अब तक इस सीजन में एक भी मैच नहीं हारी और यह राहुल की वजह से आप याद कीजिए
पिछला मैच जीरो पर पहला विकेट गिरा था 77 रन बना दिए और आज 30 पर 3 था उसके बाद 93 रन ठोक दिए नतीजा यही हुआ कि आरसीबी हार गई हालांकि आरसीबी का भी एक प्रॉब्लम देखने को मिल रहा है आरसीबी जब घर के बाहर जा रही है तो कमाल की टीम है
वह कोलकाता में जाकर कोलकाता को हरा देती है चेन्नई में जाकर चेपोक में हरा देती है ईडन गार्डन में जाकर कोलकाता को हरा देती है मुंबई में जाकर मुंबई को हरा देती है लेकिन जब अपने घर में मैसेज होते हैं तब वह हार जाती है
तो के दोनों ही मैच आरसीबी हार गई अपने घर पर आरसीबी की हर की वजह राहुल थे हालांकि आरसीबी की हर की वजह खुद आरसीबी ही थी क्योंकि आरसीबी ने भी बहुत ही खराब खेल मतलब जिस तरह से आरसीबी ने शुरुआत की थी
उसे वक्त लग रहा था कि यह क्या हो गया है आरसीबी के बल्लेबाजों को मतलब की मजा आ गया लेकिन फिर वक्त बदल है जज्बात बदल आरसीबी का स्टार्ट दिखा 3 ओवर 3 गेंद में 61 रन थे और लग रहा था कि यार अगर 21 गेंद पर 61 रन बन गए हैं
तो फिर मैच तो आरसीबी का है कम से कम 200 – 250 रन बनेंगे फिल साल्ट जिस तरह से मार रहे थे वह कमाल था 16 गेंद पर 37 रन थे 270 का स्ट्राइक रेट से खेले थे लेकिन फिर वक्त बदला जज्बात बदल हालात बदले और फिर फ्लॉप पर फ्लॉप फ्लॉप होते रहे
फिल साल्ट रन आउट हुए विराट साहब की वह गलती थी कॉल लेना फिर रिटर्न करना फिर वहां से वह मैदान से ही रिटर्न हो गए उसके बाद खुद भी नहीं टिक पाए वह भी आउट हो गए
देवदत्त पाटिकल का ये फ्लॉप सो था और रजत पाटीदार चल नहीं लिविंगस्टन मुझे पता नहीं क्या हो गया उनका मुझे याद भी नहीं है वेटिंग करते हैं वह बहुत भी पावरफुल होते हैं मैच जुताते हैं लेकिन आज पता नहीं क्या हो गया था
और बाकी जितेश और कुणाल भी किसी भी काम के नहीं थे एक टिम डेविड थे जिन्होंने कमाल किया जैसे तैसे टीम को पार पहुंचा और दिल्ली की गेंदबाजी बहुत ही स्ट्रांग है यार कुलदीप यादव चार ओवर 17 रन और दो विकेट बहुत ही शानदार ही गेंदबाजी की और विप्राज निगम वह लड़का भी कमाल का था
यार अगर आरसीबी हारी है तो उसमें विप्रराज और कुलदीप की बहुत ही बड़ी भूमिका है क्योंकि इन दोनों ने चार-चार की इकोनॉमी से रन दिए थे इसीलिए आरसीबी के नाम इतना सबसे खराब रिकॉर्ड दिया अब आरसीबी वह टीम है जो अपने घर पर सबसे ज्यादा हारी 45 मैच हार चुकी है आरसीबी अपने घर पर
